बांग्लादेश की शोहेली अख्तर पर पांच साल का बैन: महिला क्रिकेट में पहला बड़ा भ्रष्टाचार मामला
1. परिचय

बांग्लादेश की शोहेली अख्तर पर पांच साल का बैन: महिला क्रिकेट में पहला बड़ा भ्रष्टाचार मामला . क्रिकेट को दुनिया में एक जेंटलमैन गेम कहा जाता है, लेकिन समय-समय पर इसमें भ्रष्टाचार और फिक्सिंग जैसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। पुरुष क्रिकेट में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन महिला क्रिकेट अभी तक इससे अछूता था। पहली बार किसी महिला क्रिकेटर पर फिक्सिंग का आरोप लगा है, और वह हैं बांग्लादेश की शोहेली अख्तर।
2. कौन हैं शोहेली अख्तर?
शोहेली अख्तर बांग्लादेश की एक क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए दो वनडे और 13 टी-20 मैच खेले हैं। हालांकि, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत ज्यादा प्रसिद्ध नहीं थीं, लेकिन अब वह गलत कारणों से सुर्खियों में आ गई हैं।
3. क्या है पूरा मामला?
फरवरी 2023 में खेले गए महिला टी-20 विश्व कप के दौरान शोहेली अख्तर ने एक साथी खिलाड़ी से संपर्क किया और उसे जानबूझकर आउट होने के लिए पैसे ऑफर किए। यह मामला तब सामने आया जब उस खिलाड़ी ने इस घटना की जानकारी ICC की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) को दी। जांच के बाद शोहेली अख्तर ने अपनी गलती स्वीकार कर ली और ICC ने उन पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया।
4. ICC के नियमों का उल्लंघन
शोहेली अख्तर ने ICC के एंटी करप्शन कोड के पांच अलग-अलग नियमों का उल्लंघन किया:
- मैच फिक्स करने या किसी भी प्रकार से मैच के नतीजे को प्रभावित करने की कोशिश।
- किसी अन्य खिलाड़ी को फिक्सिंग के लिए उकसाना।
- भ्रष्टाचार से जुड़ी किसी भी घटना की सूचना न देना।
- जांच में बाधा डालना।
- सबूतों को छिपाने या नष्ट करने की कोशिश।
5. भ्रष्टाचार के खिलाफ क्रिकेट बोर्ड का रुख
ICC हमेशा से भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर सख्त रहा है। उन्होंने कई खिलाड़ियों को फिक्सिंग में शामिल होने के कारण बैन किया है। हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने भी साफ कर दिया है कि वे किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो भ्रष्टाचार में शामिल होगा।
6. महिला क्रिकेट पर इसका असर
अब तक महिला क्रिकेट भ्रष्टाचार से बचा हुआ था, लेकिन इस घटना के बाद इससे जुड़ी चिंताएं बढ़ गई हैं। इससे अन्य खिलाड़ियों के मन में भी डर बैठ सकता है और वे किसी भी गलत प्रस्ताव को रिपोर्ट करने में ज्यादा सतर्क रह सकती हैं। साथ ही, यह महिला क्रिकेट की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
7. भविष्य में ऐसे मामलों से कैसे बचा जाए?
क्रिकेट बोर्ड और ICC को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने होंगे:
- सभी खिलाड़ियों को एंटी करप्शन ट्रेनिंग देना।
- खिलाड़ियों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करना।
- स्पॉट फिक्सिंग और मैच फिक्सिंग के खिलाफ जागरूकता फैलाना।
8. निष्कर्ष
शोहेली अख्तर पर पांच साल का प्रतिबंध यह दिखाता है कि ICC भ्रष्टाचार को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतेगा। यह महिला क्रिकेट के लिए एक चेतावनी है कि अब उन्हें भी इस खतरे के प्रति सतर्क रहना होगा। ऐसे मामलों से बचने के लिए खिलाड़ियों, कोचों और बोर्ड को मिलकर काम करना होगा ताकि क्रिकेट की साख बनी रहे।